हिंदी शायरी


हिंदी शायरी 

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मेरे बालो की फ़िक्र न कर ग़ालिब ये तो यू ही मेरी नजरों के सामने बिखरे हुए है,
फिक्र करना है तो दिल के उन टूटे टुकड़ो की कर जो तेरी नजरों के  सामने बिखरे हुए है। 

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