Dosti shayri

Dosti shayri  


Latest 2020 hindi dosti shayri, अपने खास दोस्तों के लिए दोस्ती शायरी. जो आपकी दोस्ती को और भी आच्छा बानाऐगी.... 

दोस्त 👬चाहे अलग अलग हो, पर दोस्ती के मायने सबके लिए समान होते है.

काश फिर मिलने की वजह मिल जाए
साथ जितना भी बिताया वो पल मिल जाए,
चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लें,
क्या पता ख़्वाबों में गुज़रा हुआ कल मिल जाए..



हमनें कहा ऐ बारिश ज़रा थम के बरस,
जब मेरा दोस्त आ जाये तो जम के बरस,
पहले ना बरस की वो आ ना सके,
उसके आने के बाद इतना बरस की वो जा ना सके।


ताउम्र बस एक ही सबक याद रखिये,

दोस्ती और इबादत में नीयत साफ़ रखिये।

शायद फिर हमें वो तकदीर मिल जाये,

जीवन के वो हसीं पल फिर मिल जाये,चल फिर से बैठें क्लास की लास्ट बैंच पे,शायद फिर से वो पुराने दोस्त मिल जाएँ।

लोग रूप देखते हैं हम दिल देखते हैं, 


लोग सपना देखते हैं हम हकीकत देखते हैं, 
बस फर्क इतना है कि लोग दुनिया में दोस्त देखते हैं,
हम दोस्तों में दुनिया देखते हैं।

दिन बीत जाते है सुहानी यादें बनकर,बाते रह जाती है कहानी बनकर,पर दोस्त तो हमेशा दिल के करीब रहते है,कभी मुस्कान तो कभी,आंखों का पानी बनकर।

कहीं अंधेरा तो कहीं शाम होगी,मेरी हर ख़ुशी तेरे नाम होगी,कभी मांग कर तो देख हमसे ए दोस्त,
होंठो पर हसीं और हथेली पर जान होगी
हर मोड़ पर मुकाम नहीं होता,दिल के रिश्तो का कोई नाम नहीं होता,चिराग की रौशनी से ढूँढा है आपको,आप जैसा दोस्त मिलना आसान नहीं होता।


कोई दौलत पर नाज़ करते हैं,कोई शोहरत पर नाज़ करते हैं,जिसके साथ आप जैसा दोस्त हो,वो अपनी किस्मत पर नाज़ करते हैं



किसी ने हम से पुछा इतने छोटे से दिल मेइतने सारे दोस्त कैसे समां जाते है….!!!हम ने कहा वैसे ही जैसे छोटी सी हथेली मेतकदीर की लकीरें बन जाती है….

काश फिर मिलने की वजह मिल जाएसाथ जितना भी बिताया वो पल मिल जाए,चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लें,क्या पता ख़्वाबों में गुज़रा हुआ कल मिल जाए..



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